कोई वस्तु वास्तव में कितनी गर्व है किसी वस्तु की उस्मा गर्मी की विश्वनाथ सिंह मान उसके तार से की जाती है ताप मापने के लिए उपयोग की जाने वाली युक्ति को तापमापी कहते हैं अशफाक थर्मामीटर जिस तापमापी से अपने शरीफ के साथ को मापते हैं उसे डॉक्टरी थर्मामीटर कहते हैं डॉक्टरी थर्मामीटर एक लंबी बारी तथा एक समान व्यास वाली कांच की नली होती है इसके एक सिरे पर एक बल्ब होता है बल में पारा भरा होता है बल के बाहर फैमिली में पारे की एक प्रति चमकीली धारी देखी जा सकती है यदि पारी की है धारी अपना दिखाई ना दे तो थर्मामीटर को थोड़ा सा घूम आइए जब तक कि आपको इसकी भारी दिखाई ना पड़े थर्मामीटर पर आपको तापमान मापने के लिए माफ कर मिस कॉल भी दिखाई देगा उपयोग किए जाने वाला था माफ करना सेल्सियस स्केल है जिसे डिग्री सेल्सियस एस एस एस के लतीफे डिग्री सेल्सियस द्वारा दर्शाते हैं डॉक्टरी थर्मामीटर से हम 35 डिग्री से 42 डिग्री कक्षा साथ ही माफ कर सकते हैं मानव शरीर का सामान्य ताप 35 डिग्री सेल्सियस है थर्मामीटर का उपयोग करने से पहले उपयोग के पश्चात होना चाहिए धोने के लिए उसे एंटीसेप्टिक खोल का उपयोग अच्छा रहता है सुनिश्चित कीजिए कि उपयोग से पहले पारे का तेल 35 डिग्री सेल्सियस से नीचे थर्मामीटर को पढ़ते समय पर दृष्टि रेखा सीधी होनी चाहिए उपयोग करना चाहिए टूट सकता है मीटर का उपयोग करना चाहिए डॉक्टरी थर्मामीटर का उपयोग मानव शरीर के ताप मापने को छोड़कर किसी अन्य वस्तु का ताप मापने के लिए कभी मत कीजिए थर्मामीटर तो धूप क्या आपके पास रखने से बताइए ऐसा करने से टूट सकता है डॉक्टरी थर्मामीटर तो केवल मानव शरीर के ताप मापने के लिए ही डिजाइन किया गया है मानव शरीर का तापमान 87 डिग्री सेल्सियस से कम 42 डिग्री सेल्सियस से अधिक नहीं होता है यही कारण है कि थर्मामीटर का परीक्षा 35 डिग्री से 42 डिग्री सेल्सियस है थर्मामीटर का परिमाप 10 डिग्री सेल्सियस होता है 110 डिग्री सेल्सियस होता है विभिन्न प्रयोजनों के लिए विभिन्न प्रकार के तापमापी उपयोग किए जाते हैं मौसम की रिपोर्ट के लिए गए अधिकतम तथा न्यूनतम तापमान की जानकारी देने के लिए अधिकतम न्यूनतम तापमापी का प्रयोग किया जाता है योगशाला तापमापी का उपयोग करते समय डॉक्टरी थर्मामीटर का पठान लेते समय बरती जाने वाली सावधानियों के अतिरिक्त में मुझे सावधानियां बरतनी चाहिए तापमापी को उधार रखना चाहिए या नहीं तापमापी का बल्ब चारों ओर से उसके पदार्थ से घिरा होना चाहिए जिसक तापमान की दीवारों से नहीं सोना चाहिए आजकल डिस्टर्ब थर्मामीटर का उपयोग करते हैं जिसमें पारा का उपयोग नहीं होता है वह प्रक्रम जिसमें उसमें किसी वस्तु के गर्म सिरे से ठंडे फ्री की ओर स्थानांतरित होती है चालन कहलाता है तो उसे उस मात्रा या चालन के प्रक्रम द्वारा स्थापित होती है जो पदार्थ अपने से होकर उस्मा को आसानी से गुजरने देते हैं कुचालक पदार्थ कहलाते हैं उनके उदाहरण है अलनियम आयरन स्वच्छता पर जो पदार्थ अपने से होकर उस्मा को आसानी से जाने नहीं देते हैं उन्हें उस मारो ही कहते हैं