जैविक खेती अपने खेत , छत या छोटे आँगन में करे 100 % रिजल्ट  

दोस्तों आप खेती अपने खेत , छत या छोटे आँगन  में फल , सब्जी , फूल , या कोई भी फसल लगते है तो आप को कई केमिकल डालने पड़ते है। 
ये केमिकल हमे शरीर में कैंसर , त्वचा रोग , और कई बड़ी बीमारी पैदा करते है। सामान्य रूप से हमें इन केमिकल का उपयोग करना पड़ता है। 
  1. केमिकल में उपचारित बीज या नर्सरी पौधे 
  2. NPK 19 :19 :19 शुरुआत में 
  3. NPK 12 :61 :00  फूल के समय 
  4. NPK 00 :00 :50 फल बनते समय 
  5. कुछ टॉनिक जैसे micro nutrient के लिए macarena 
  6. नर्सरी से ह्यूमिड एसिड growth एवं शाखा बढ़ाने  के लिए 
  7. gibberellic एसिड  पौधा और फल बढ़ने के लिए 
  8.  डबल गोदरेज का फूल झड़ने से बचने के लिए 
  9. इसके आलावा यूरिया आदि 
  10. फिर समय समय पर कीटनाशक और जड़ों में फंगस के लिए भी दवाइयां  डालना पड़ता है।
दोस्तों यहाँ पर राजिव दीक्षित जी के बताय हुए तरीके में थोड़ा एडवांस तरीका जो 100 % पौधों में काम करता है। ये तीन चीजे है जो आप को बना कर रख ले और कभी भी जब पौधे में कमजोरी हो या हफ्ते में बदल बदल कर डाल सकते है। 

खेतों के हिसाब से ,
  1. खाद - एक एकड़ के लिए 10 kg  गोबर (किसी भी जानवर का ) +10 लीटर  जानवर का मूत्र + 1 kg गुड़ (ख़राब) + 1 kg बेशन (चने के दाल का आटा ) + 1  kg  पीपल या बरगद के पेड़ के नीचे की मिट्टी ( खाली मिट्टी भी हो सकती है ), इसका मिश्रण बना कर किसी छाओं बाली जगह पर 15 दिन या ज्यादा के लिए रख दें।  जब यह खाद बन जाए तब इसे 10 गुना पानी मिला कर लिक्विड फ़र्टिलाइज़र की तरह छान कर स्प्रे करें। 
  2. ह्यूमिक एसिड - २ kg  उबला हुआ ठंडा चावल 100 ml पानी मिला कर एक घडे में डाल कर इसे छाओ बाली जगह पर मिटटी में गाड़( मिटटी में न गाड़ें तो भी बन जाता  है )  के इसका ढक्कन बंद कर दें , 3 दिन वाद इसे निकाल लें।  फिर  इसमें 50 लीटर पानी मिला कर  15 -15 दिन में स्प्रे करें। 
  3. एमिनो एसिड - 10 लीटर पानी +1 kg गुड़ + 2 kg बेसन (चने या सोयाबीन का ) मिला कर ढक कर छाया वाली जगह में 20 दिन तक रख ले।  फिर इसमें १० गुना पानी मिला कर इसका स्प्रे करें। 
  4. जिब्रेलिक एसिड - एक साल पुराने10 -15  उपले (10 दिन पुराने अच्छे से सूखे हुए भी चल सकते है ) + 50 लीटर पानी 48 घंटे के लिए रख दें।  जब लाल पानी हो जाये तब इसका स्प्रे करें। 

खेती अपने खेत , छत या छोटे आँगन के हिसाब से ,
  1. खाद - एक एकड़ के लिए 1 kg  गोबर (किसी भी जानवर का ) +1 लीटर  जानवर का मूत्र + 100 g  गुड़ (ख़राब) + 100 g बेशन (चने के दाल का आटा ) + 100 g  पीपल या बरगद के पेड़ के नीचे की मिट्टी ( खाली मिट्टी भी हो सकती है ), इसका मिश्रण बना कर किसी छाओं बाली जगह पर 15 दिन या ज्यादा के लिए रख दें।  जब यह खाद बन जाए तब इसे 10 गुना पानी मिला कर लिक्विड फ़र्टिलाइज़र की तरह छान कर स्प्रे करें। 
  2. ह्यूमिक एसिड - २00 g  उबला हुआ ठंडा चावल 10 ml पानी मिला कर एक घडे में डाल कर इसे छाओ बाली जगह पर मिटटी में गाड़( मिटटी में न गाड़ें तो भी बन जाता  है )  के इसका ढक्कन बंद कर दें , 3 दिन वाद इसे निकाल लें।  फिर  इसमें 5 लीटर पानी मिला कर  15 -15 दिन में स्प्रे करें। 
  3. एमिनो एसिड - 1 लीटर पानी +100 g गुड़ + 200 g बेसन (चने या सोयाबीन का ) मिला कर ढक कर छाया वाली जगह में 20 दिन तक रख ले।  फिर इसमें १० गुना पानी मिला कर इसका स्प्रे करें। 
  4. जिब्रेलिक एसिड - एक साल पुराने 1 -2  उपले (10 दिन पुराने अच्छे से सूखे हुए भी चल सकते है ) + 5 लीटर पानी 48 घंटे के लिए रख दें।  जब लाल पानी हो जाये तब इसका स्प्रे करें।
दोस्तों वैसे तो कीट को खत्म करने के लिए केमिकल वाले कीटनाशक ही उपयोगी है , परन्तु कुछ जैविक कीटनाशक है जो उपयोगी होते है। जैसे नीम का तेल का स्प्रे , राख का छिड़काब आदि। 
  • 1 लीटर छाछ + 2 g हल्दी पाउडर को डायरेक्ट स्प्रे करें। 
  • ( 1 लीटर पानी + 35 g चूना ) + ( 1 लीटर पानी 3 चम्मच हल्दी पाउडर )+ ( 2 लीटर पानी + 40 g तम्वाकू ) तीनो का अलग अलग घोल 24 घंटे के लिए रख दें।  फिर तीनो को मिलाकर छान लें और 10 लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे कर लें। 
  • नीम का तेल + पानी मिला कर स्प्रे कर लें। 
  • राख का छिड़काव कर लें।