प्रकाश
प्रकाश सरल रेखा में गमन करता है दर्पण अपने ऊपर पड़ने वाले प्रकाश की दिशा बदल देता है दर्पण द्वारा प्रकाश की दिशा का वह परिवर्तन प्रकाश का परिवर्तन कहलाता है समतल दर्पण पर बनने वाले प्रतिबिंब दर्पण में सीधा भीम के सम्मान का माप साइज का दिखाई देता है रोगी वाहनों में एंबुलेंस को उल्टा लिखा जाता है जबकि रोगी वाहन आगे से जाने वाले वाहनों में चालक के पश्चात दृश्य दर्पण पर देखने के लिए रोगी वाहन के लिखे एंबुलेंस को सीधा पढ़ सकते हैं यदि किसी गोलीय दर्पण का परावर्तन पोस्ट क्षमता है तो अवतल दर्पण का रहता है यदि परावर्तक पृष्ठ उत्तर है तो वह उत्तल दर्पण कहता है चम्मच की भी पुष्टि करती है जबकि बाहरी पोस्ट उत्तल दर्पण द्वारा बना प्रतिबिंब प्राप्त नहीं किया जा सकता है अवतल दर्पण का उपयोग किया जाता है बड़ा प्रतिदिन बनाने में किया जाता है स्टार्ट करो स्कूटर आदि में बराबर तक पोस्ट की प्रकृति भी अवतल होती है लेंसों का उपयोग व्यापक रूप से चश्मे दूरदर्शी दूरबीन ओं सुच उदासियों में किया जाता है वैलेंट हो किनारों की अपेक्षा बीच में मोटे होते हैं उदयपुर के लाते हैं जो कि नारों के बीच बीच में पतले महसूस होते हैं अवतल दर्पण बनाते हैं स्पर्शी होते हैं इसमें प्रकाश गुर्जर सकता है समानता उत्तल दर्पण उस पर पड़ने वाली आप पत्रकार के अभिसारी अंदर की ओर मुख कर देता है इसलिए अभी सारे लोग भी कहते हैं इसे विपरीत अवतल दर्पण स्थित प्रकाश आप सब से बाहर मोड़ देता है इसे अपसारी लेंस कहते हैं इंसान होते हैं यह लाल नारंगी पीला हरा नीला जामनी तथा बैगन साबुन के बुलबुले बनते हैं तो रंगीन दिखाई देता है इसी प्रकार प्रकाश जब सिटी से परिवर्तित होती है तो आजा एक बार दिखाई देती हैं सूर्य का प्रकाश दुबे द्वारा लोग का मिश्रण है कोई पाल इसक हुआ चमकदार पोस्ट दर्पण की भांति कार्य करता है जो प्रतिदिन पर्दे पर प्राप्त नहीं किया जा सकता है वास्तविक प्रतिबिंब कहलाता है
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