प्रकाश का परावर्तन तथा अपवर्तन

यदि प्रकाश के पक्ष में रखी अपारदर्शी वस्तु अत्यंत छुट्टी हो तो प्रकाश सरल रेखा में चलने की बजाय इसके किनारों पर मुन्ने की प्रकृति दर्शाता है इस प्रभाव को विवर्तन कहते हैं तब वह प्रकाशित की जिसमें सरल रेखीय व्यवहार के आधार पर तीनों का उपयोग करते हैं असफल होने लगती है विवर्तन अच्छी परी घटनाओं की व्यवस्था व्याख्या करने के लिए प्रकाश को तरल के रूप में माना जाता है बीसवीं शताब्दी के प्रारंभ में स्पष्ट हो गया कि प्रकाश की वृद्धि के साथ अन्य क्रिया के विवेचन में प्रकाश का तरंग सिद्धांत अपर्याप्त है तथा प्रकाश पर आया करो कि प्रभाव की भांति व्यवहार करता है प्रकाश की सही प्रकृति के बारे में उलझन कुछ वर्षों तक चलती रही जब तक कि प्रकाश आधुनिक कांटेक्ट नंबर पर सामने नहीं आया इसमें प्रकाश को ना तो तरह माना जाना है इसमें इसमें सिद्धांत में प्रकाश के कारण संबंधित में चौथा चरण प्रकृति के बीच सामंजस्य स्थापित किया चमकदार चम्मच का वक्र पृष्ठ एक पत्र तर्पण की भक्ति माना जा सकता है सबसे अधिक उपयोग में आने वाले सामान उतरवा नेतृत्व का प्रारूप गोली दर्पण है इस प्रकार के धर्मों को परिवर्तित करके बोलेगा उसके बादलीडर का प्रवर्तक पोस्ट की थी लड़कों लड़कों को बहुत कहते हैं मुझे को भी पहचान चित्र स्पष्ट होता है कि रायपुर में ही अच्छा द्वारा निर्मित करते हुए की दरगाह का परावर्तन दोस्ती को लेके भाग है जो बोल के बोलिए सरकार उपलब्ध कराता है यह सूचित किया जाता है अगर पोस्ट के समान होता है के पीछे

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