पियाजे ने संज्ञानात्मक विकास का सिद्धांत दिया था जो कि स्विजरलैंड के निवासी थे।
Some points

1. Schema - स्कीमा- बालक जब गुणों का विकास करते हुए एक अवस्था से दूसरी अवस्था में प्रवेश करता है तो वह अपनी बुद्धि में विकास या संशोधन करता है इसे ही स्कीमा में परिवर्तन कहा जाता है उदाहरण चिड़िया उड़ सकती है इसलिए बालक एरोप्लेन को भी चिड़िया समझेगा या कहेगा
2. Adaptation अनुकूलन- अनुकूलन से तातपर्य बालक के द्वारा समाज में स्वयं को ढालने की प्रक्रिया से है ।

अनुकूलन के अंतर्गत 2 बिंदु आते हैं
A) Assimilation आत्मसातन - जब बालक पुराने ज्ञान के आधार पर नया ज्ञान सीखता है, तो इसे आत्मसातन कहा जाता है ।
पुराने ज्ञान को improve करना , जैसे- फ़ोटो में कुत्ता but real में भौंकता भी है।
सायकिल चलाने के बाद बाइक सीखना

B) Accommodation समायोजन या व्यवस्थापन - जब बालक को पुराना ज्ञान गलत लगे, उस ज्ञान में सुधार करके नया ज्ञान जोड़ने के प्रक्रिया को समायोजन कहते है।
जैसे - पृथ्वी गोल है - पृथ्वी ध्रुवों पर चपटी भी है।
कुत्ता और बिल्ली same दिखाई देते है पर कुत्ता भौंकता है और बिल्ली म्याऊ करती है।
3. Equilibrium संतुलन-  बालक अपने ज्ञान द्वारा स्वयं को संतुलन में रखता है।
Assimilation में वह equilibrium में रहता है।
Accommodation में वह dis equilibrium में रहता है